काल सर्प दोष पूजा

क्या होता है काल सर्प दोष

कालसर्प दोष के बारे में कहा जाता है की यह कष्ट कारक एवं ऐश्वर्य दायक होता है । तात्पर्य है की जिन लोगो की कुंडली में ये दोष होते है वह प्रसिद्धि और ऐश्वर्य पाते है परन्तु उन्हें साथ में कष्ट भी भोगने पड़ते है । ऐसे जातको का जीवन सामान्य लोगो की तुलना में अधिक संघर्ष शील होता है । जातक की जन्मपत्रिका में जब राहु केतु के मध्य में या राहू केतु के प्रभाव में सभी ग्रह आते है तो कालसर्प दोष बनता है । जिसके फल स्वरूप जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है छोटे-छोटे कामों के लिए जीवन में संघर्ष करना पड़ता है धन, विवाह, स्वास्थ्य आदि सभी को यह प्रभावित करता है ।
परन्तु कुंडली में स्तिथ दोषों जैसे कालसर्प दोष, ग्रहण दोष, पित्र दोष, चाण्डाल दोष आदि के निवारण के बाद जीवन में प्रसन्नता , सुख , शांति, उन्नति, वैभव आदि का आगमन शीघ्र अतिशीघ्र होता है ।

क्या काल सर्प दोष का निवारण सम्भव है ?

ये जानना बहुत जरूरी है की इसका निवारण संभव है के नहीं. विद्वानों की माने तो राहु केतु के प्रभाव से बच पाना असंभव है क्योकी ग्रहो की स्थिति बदलना असंभव है उसकी प्रकार आपकी नियति भी नहीं बदल सकती । किन्तु महादेव की कृपा से इसका प्रभाव को कम किया जा सकता है।

कैसे जाने की आपकी कुंडली में काल सर्प दोष है?

वैसे तो आप किसी विद्वान ब्राह्मण को अपनी कुंडली दिखाएंगे तो देखते ही बता देगा किन्तु अगर आपके जीवन में कुछ ऐसे संकेत मिल रहे है जैसे :

  1. जीवन में स्थायी या ऐतिहासिक समस्याएं और चुनौतियां ,
  2. विवाहित जीवन में संबंधों में विघ्न और अवसाद ,
  3. नौकरी और व्यवसाय में समस्याएं और स्थायी असफलता ,
  4. स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याएं और उच्च टेंशन

जब तक काल सर्प दोष का पूजन उज्जैन में न हो तब तक क्या करें?

ये बहुत महत्वपूर्ण है, जब तक काल सर्प दोष का पूजन उज्जैन में आकर न करवा ले तब तक भगवान शिवजी का स्मरण करते रहे, सोमवार को भगवान शिव को जल चढ़ाये और ॐ नमः शिवाय का निरंतर जाप करते रहे, भगवान महाकाल अवश्य ही कल्याण करेंगे ।

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