सूर्य ग्रहण योग

सूर्य ग्रहण योग के बारे में जानें ?

सूर्य द्वारा बनने वाला ग्रहण योग पिता सुख में कमी करता है। जातक का शारीरिक ढांचा कमजोर रह जाता है। आँखों व ह्रदय सम्बन्धी रोगों का कारक बनता है। सरकारी नौकरी या तो मिलती नहीं या उसको निभाना कठिन होता है डिपार्टमेंटल इन्क्वाइरी, सजा, जेल, परमोशन में रुकावट सब इसी दोष का परिणाम है।

सूर्य ग्रहण योग के प्रकार :

  1. सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) : इसमें सूर्य चंद्रमा के पास आकर एक या दोनों को पूर्णतया ढक लेता है। यह धरती पर सूर्य की किरणों को पूर्णतया या आंशिक रूप से रोकता है।
  2. अंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) : इसमें सूर्य चंद्रमा के पास आकर उनके कुछ हिस्से को ढक लेता है। यह धरती पर सूर्य की किरणों को आंशिक रूप से रोकता है।

सूर्य ग्रहण योग के लक्षण :

  1. ऊर्जा का प्रभाव : सूर्य ग्रहण योग व्यक्ति के ऊर्जा स्तर पर प्रभाव डाल सकता है। यह ऊर्जा को कम कर सकता है और व्यक्ति को थकान और उदासीनता महसूस करा सकता है।
  2. ध्यान पर प्रभाव : सूर्य ग्रहण योग ध्यान प्रयासों और आध्यात्मिक अभ्यासों पर प्रभाव डाल सकता है। इस समय, ध्यान करना और मन को शांत करना और प्राकृतिक ऊर्जा के साथ समन्वयित होना अधिक महत्वपूर्ण होता है।
  3. धार्मिक अभ्यास पर प्रभाव : सूर्य ग्रहण योग व्यक्ति के धार्मिक और आध्यात्मिक अभ्यास पर प्रभाव डाल सकता है। यह आंतरिक पवित्रता, शुभ संस्कार और स्वयंसेवा को प्रोत्साहित कर सकता है।

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