- काल सर्प दोष पूजा
- मंगल दोष
- अंगारक दोष
- विष दोष
- गुरु चांडाल दोष
- महामृत्युंजय जाप
- चन्द्र ग्रहण योग
- सूर्य ग्रहण योग
- संतान संबंधित दोष निवारण
- विवाह बाधा दोष निवारण
- नवग्रह शांति पूजा
- वास्तु दोष निवारण पूजा
- शत्रु बाधा निवारण पूजन
- मनोकामना सिद्धि पूजन
- ऋण मुक्ति पूजन
- बगलामुखी अनुष्ठान
- मुकदमा विजय अनुष्ठान
- कुम्भ विवाह
- रुद्राभिषेक
महामृत्युंजय जाप
क्या होता है महामृत्युंजय जाप ?
शारीरिक एवं मानसिक रोगों से मुक्ति के लिए, अनिष्ट ग्रहों का निवारण मारक एवं बाधक ग्रहों से संबंधित दोषों का निवारण, दुर्घटना, अल्पायु योग को दूर करने, शारीरिक कष्ट और मृत्यु भय निवारण, नवग्रह शांति, भूमि भवन सम्बन्धी परेशानियों व् कार्यों में लाभ, पदोन्नति हेतु विशेष लाभप्रद, मनोकामनाओ की पूर्ति हेतु के लिए भी महामृत्युंजय रामबाण उपाय माना जाता है ।
महामृत्युंजय मंत्र :
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ:
हे ओंकार स्वरूप परमेश्वर शंकर तीन आँखो से शोभायमान आपका हम पूजन करते है, कृपया हमारे जीवन में भक्ति का सुगंध दीजिए, आनंद की वृद्धि कीजिए। जिस प्रकार फल आसानी से पेड़ के बंधन से मुक्त होते है, ठिक वैसे ही हमें मृत्यु के बंधन से मुक्त करके अमृत पद की प्राप्ति दीजिए।
महामृत्युंजय मंत्र के फायदे :
- इस मंत्र में अपार शक्ति है, जिससे सभी समस्याए दूर होती है।
- इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- सभी बीमारिया दूर होती है।
- इस मंत्र के आचरण द्वारा सकारात्मक उर्जाए निर्माण होती है जिससे सभी नकारात्मक चीजों का सर्वनाश होता है।
- जिन लोगो के कुंडली में "दोष" है, वे इस शक्तिशाली रुद्र मंत्र का जाप करके दोष के हानिकारक प्रभाव को समाप्त कर सकते हैं।
- आर्थिक संकटों को दूर करने इस मंत्र का जाप उपयोगी है।
- यह मंत्र पिछले जन्म के पाप मिटाने की क्षमता रखता है।
- रोज इस मंत्र का पठन करने से गंभीर दुर्घटना, दुर्भाग्य को दूर रखा जा सकता है।
संपर्क करें